शिक्षा विभाग की नई योजना
शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए एक नई योजना शुरू की है, जिसमें रोजाना स्कूल जाने और क्लास वर्क पूरा करने पर विद्यार्थियों को 20 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। यह योजना विशेष रूप से सरकारी प्राइमरी, अपर प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के लिए लागू की गई है।
पुरस्कार वितरण का तरीका
इस योजना के तहत, प्रत्येक सरकारी स्कूल में उपस्थिति के आधार पर टॉप 5 विद्यार्थियों को हर तीन महीने में 20-20 रुपए का पुरस्कार मिलेगा। यह पुरस्कार अगस्त, अक्टूबर और दिसंबर की अमावस्या को दिया जाएगा। विद्यार्थियों को सामुदायिक जागृति दिवस के मौके पर इनाम दिया जाएगा, जिसमें माता-पिता भी शामिल होंगे।
सामुदायिक जागृति दिवस
सामुदायिक जागृति दिवस वर्ष में तीन बार आयोजित किया जाएगा। इस दिन स्कूल में अध्यापक-अभिभावक संघ की बैठक होगी और माता-पिता के सामने बच्चों को पुरस्कार दिया जाएगा। यह कार्यक्रम हिंदू पंचांग की अमावस्या तिथि को आयोजित होगा ताकि श्रमिक वर्ग के माता-पिता भी शामिल हो सकें।
योजना का उद्देश्य
इस नवाचारी योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाना और उन्हें नियमित स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना है। शिक्षा विभाग ने सत्र 2024-25 में अगस्त, अक्टूबर और दिसंबर की अमावस्या के दिन सामुदायिक जागृति कार्यक्रम आयोजित करने के आदेश जारी किए हैं। अगर इन दिनों में सरकारी अवकाश होता है, तो कार्यक्रम अगले दिन आयोजित किया जाएगा।
निष्कर्ष
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए यह योजना एक बड़ी प्रेरणा साबित हो सकती है। नियमित उपस्थिति और क्लास वर्क पूरा करने पर मिलने वाले इनाम से बच्चों का मनोबल बढ़ेगा और वे शिक्षा के प्रति अधिक समर्पित होंगे