Lic housing finance
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अपनी पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAYG) के तहत 3 करोड़ घरों के निर्माण के लिए सरकारी सहायता को मंजूरी दे दी है। इस घोषणा के बाद मध्यम और छोटे आकार की हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFC) के शेयरों में मंगलवार को इंट्रा-डे कारोबार में 11 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गई।
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों की स्थिति
- Home First Finance: 11 प्रतिशत की बढ़त
- Aavas Financiers: 9 प्रतिशत की बढ़त
- GIC Housing Finance: 8 प्रतिशत की बढ़त
- Housing and Urban Development Corporation (HUDCO): 8 प्रतिशत की बढ़त
इसके अलावा, Can Fin Homes, Indiabulls Housing Finance, और Star Housing Finance के शेयरों में भी 2 से 3 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया, जबकि सेंसेक्स (Sensex) 33 अंक की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।
शेयरों में तेजी की वजह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को अपनी पहली बैठक में पीएमएवाई (PMAY) के तहत 3 करोड़ घरों के निर्माण के लिए सरकारी सहायता को मंजूरी दे दी। यह योजना 2015-16 से चल रही है और इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी परिवारों को बुनियादी सुविधाओं वाले घरों के निर्माण के लिए सहायता प्रदान करना है।
विशेषज्ञों की राय
विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम छोटे हाउसिंग फाइनेंस शेयरों के लिए सकारात्मक है। सरकार की इस संशोधित किफायती आवास योजना से होम फाइनेंस कंपनियों को बड़ा फायदा मिलेगा। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और मिडिल क्लास की बढ़ती संख्या हाउसिंग फाइनेंस के लिए एक समान अवसर प्रदान करेगी।
किन राज्यों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
- गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक: इन राज्यों को सबसे ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि ये देश के कुल किफायती हाउसिंग फाइनेंस बाजार का लगभग 60 प्रतिशत हैं।
- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान: ये राज्य किफायती आवास क्षेत्र में बड़े उभरते बाजार हैं, क्योंकि इन राज्यों में औद्योगीकरण और शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है।
Home First Finance की योजना
Home First Finance का मानना है कि विकास का अगला चरण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और राजस्थान जैसे राज्यों से आएगा। कंपनी आने वाले वर्षों में इन बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है।
निष्कर्ष
सरकार की इस नई घोषणा से हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई है, जिससे निवेशकों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। यह कदम किफायती आवास क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करने वाला है।